दोस्तों Ransomware के बारे में मैंने इस ब्लॉग पर कई सारे आर्टिकल लिखे हैं और लोगों को पसंद भी आया है तो इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि फिशिंग के जरिए Ransomware अटैक कैसे किया जाता है और किस तरह से फिशिंग के जरिए Ransomware को कंप्यूटर में डाला जाता है और फिर उस कंप्यूटर की सारी फाइलों को एन्क्रिप्ट किया जाता है।
यदि आपने हमारा पिछला आर्टिकल नहीं पड़ा है कि Ransomware क्या है और उससे कैसे नुकसान हो सकते हैं तो आपको उसे अभी जाकर पढ़ना चाहिए क्योंकि यदि आप उसको नहीं पड़ेंगे तो यह आर्टिकल आपको समझ में नहीं आएगा।
दोस्तों यदि आप Ransomware के बारे में नहीं जानते तो अब मैं आपको थोड़ा बता दूं कि Ransomware एक तरह का सॉफ्टवेयर होता है जिसको हैकर द्वारा डिजाइन किया जाता है इस सॉफ्टवेयर के जरिए आपके कंप्यूटर की सारी फाइलों को एन्क्रिप्ट कर दिया जाता है और उसमें टाइम लगा दिया जाता है कि अभी इस टाइम तक आपने पैसे नहीं दिए तो कंप्यूटर की सारी फाइलों और डाक्यूमेंट्स को डिलीट कर दिया जाएगा ।
Ransomware Attack Phishing के जरिये कैसे किया जाता है
Ransomware को किसी भी कंप्यूटर में कई तरीके से डाला जाता है और उन तरीकों में से एक तरीका है फिशिंग के जरिए किसी भी कंप्यूटर में Ransomware को डाला जाता है और उस Ransomware के जरिए उस कंप्यूटर के सारी फाइलों को एन्क्रिप्ट कर दिया जाता है तो चलिए अब जान लेते हैं Ransomware को फिशिंग के जरिए किसी भी कंप्यूटर में कैसे डाला जाता है।
फिशिंग के जरिए किसी भी कंप्यूटर में Ransomware को कई तारीके के द्वारा डाला जा सकता है जिनमें से नीचे कुछ तरीके दिए हुए हैं और आप उनको पढ़कर यह जान सकते हैं कि फिशिंग के जरिए Ransomware को कंप्यूटर में कैसे डाला जाता है
Email के जरिये
ई-मेल के जरिए भी Ransomware को आपके कंप्यूटर में डाला जाता है एक हैकर सबसे पहले आपको एक ईमेल भेजेगा और उसमें एक लिंक दिया रहेगा और वह आपसे बोलेगा कि यदि आप इस लिंक पर क्लिक करते हैं तो आप प्राइस मनी या फिर एक लॉटरी जीत सकते हैं
जैसे ही आप लालच में आकर उस लिंक पर क्लिक करेंगे तो ऑटोमेटिक आपके कंप्यूटर में एक सॉफ्टवेयर डाउनलोड हो जाता है जिसे Ransomware भी कहा जाता है और वह धीरे धीरे कंप्यूटर की सारी फाइलों को इंक्रिप्ट कर देगा और उसको डिक्रिप्ट करने के लिए आपसे पैसे मांगे जाएंगे।
और यह पैसे बिटकॉइन के जरिए मांगे जाते हैं क्योकि बिटकॉइन एक ऐसा तरीका है जिससे ट्रैक नहीं किया जा सकता इसलिए हैकर पैसे बिटकॉइन के जरिए मांगते हैं ताकि उनको कोई भी ट्रैक ना कर पाए
Pirated website के जरिये
Pirated website के जरिए भी आपके कंप्यूटर में Ransomware को डाला जा सकता है यदि आप Pirated वेबसाइट से कोई भी मूवी डाउनलोड करते हैं तो उस मूवी के जरिए आपके कंप्यूटर में एक सॉफ्टवेयर डाउनलोड हो जाता है जो कि कंप्यूटर के सारी फाइलों को इनक्रीस कर देता है
यदि आप Pirated वेबसाइट से कोई पायरेटेड सॉफ्टवेयर डाउनलोड करते हैं और आप उसको अपने कंप्यूटर में फ्री में इस्तेमाल करते हैं तो वह सॉफ्टवेयर आपके कंप्यूटर की सारी फाइलों को भी एन्क्रिप्ट कर सकता है क्योंकि हो सकता है उस सॉफ्टवेयर में कोई Ransomware छुपा हो।
दोस्तों आपकी जानकारी के लिए मैं आपको बता दूं कि ज्यादातर लोगों का कंप्यूटर पायरेटेड वेबसाइट विजिट करने की वजह से ही हैक होता है क्योंकि जितने भी पायरेटेड वेबसाइट होते हैं उनमें हैकर स्क्रिप्टिंग किए हुए होते हैं
और जैसे ही आप किशी लिंक पर क्लिक करते हैं तो उस लिंक के जरिए आपके कंप्यूटर में ऑटोमेटिक कोई भी वायरस ट्रोजन या Ransomware चला आता है जिसकी वजह से आपके कंप्यूटर हैक होने की संभावना बढ़ जाती है
निष्कर्ष
दोस्तों मुझे उम्मीद है कि आपको अब यह पता चल चुका होगा कि फिशिंग जरिए किसी भी कंप्यूटर में Ransomware को कैसे डाला जा सकता है यदि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं और अपने परिजनों के साथ भी शेयर कर सकते हैं ताकि वह भी अपने आप को सुरक्षित रख सके
यदि आपको किसी भी टॉपिक के ऊपर आर्टिकल चाहिए तो आप कमेंट बॉक्स में अपना कमेंट लिखकर आप हम से कांटेक्ट कर सकते हैं और जल्द से जल्द हम उस टॉपिक के ऊपर आर्टिकल लिखने की पूरी कोशिश करेंगे