Disk Defragmenter kya hai || Disk Defragmentation kyu use karte hai

दोस्तों आप सभी ने तो Microsoft Windows तो यूज किया ही होगा Microsoft Windows में तरह-तरह की यूटिलिटी होते हैं जिससे आप अपने कंप्यूटर की स्पीड को बढ़ा सकते हैं जैसे कि Disk cleanup पिछले पोस्ट में हम ने Disk cleanup के बारे में जाना था इस पोस्ट में हम जानेंगे Disk Defragmentation के बारे में  की Disk Defragmentation  होता है 

Disk Defragmentation करना चाहिए या नही इन सब को जानने के पड़ते रहिये इस article को और दोस्तो इस article को पढ़ने के बाद आप सब  Disk Defragmentation के बारे में जान जायेंगे तो आगे बढ़ते है।

दोस्तों Disk Defragmentation जानने से पहले यह जानना बहुत जरूरी है कि Disk fragmentation क्या होता है तभी तो हम सब अच्छे से समझ पाएंगे Disk Defragmentation क्या होता है जैसे कि एक antivirus को बनाने के लिए या antivirus को रन करने के लिए सबसे पहले virus के बारे में जानना बहुत जरूरी होता है क्योकि यदि आप कोई antivirus बना रहे है 

तो सबसे पहले आपको आपको virus के बारे में पता होनी चाहिए तभी तो आप अपने antivirus के जरिये उस virus को block कर पायेंगे यदि आप किसी problem का solution ढूढ़ रहे है

तो सबसे पहले आपको उस problem को समझना होगा तभी तो आप उस problem का solution ढूढ़ पाएंगे यदि आप solution ढूढ़ रहे है और आपको यह नही पता है कि प्रॉब्लम क्या है तो क्या आप solution ढूढ़ पाएंगे, नही कभी नही

fragmentation क्या है

दोस्तों fragmentation का मतलब होता है विखंडन जब कभी भी आप कोई file अपने computer में कॉपी करते हो तो वो file hard disk के अलग अलग लेयर में अलग अलग तरीके से स्टोर होती है यानी कि यदि आप एक 50mb की file को अपने computer में कॉपी करते हो तो वो 50mb की फ़ाइल छोटे छोटे पीसेस में बट जाती है और फिर Hard disk drive में सीक्वेंस तरीके से सेव हो जाती है। 

लेकिन उस फ़ाइल को यदि हम अपने computer में ओपन करते है तो वो हमें एक ही जगह पर दिखाई देती है। यदि उस 50mb की फ़ाइल को आपने d drive में रखा है तो वो फ़ाइल आपको d drive में ही दिखाई देती है।

लेकिन वो file Hard disk drive में छोटे छोटे पीसेस में  सेव होती है। एक फ़ाइल को अलग अलग जगहों पर सेव होने की इस पक्रिया को fragmentation कहते है

एक फ़ाइल को अलग अलग जगहों पर सेव करने की वजह से हमारा computer स्लो हो जाता है। क्योंकि Hard disk drive का जो रीडर हेड होता है उसको उस फ़ाइल को रीड करने के लिए अलग अलग जगहों पे बार बार जाना होता है जिससे वो फ़ाइल स्लो खुलती है और कंप्यूटर slow हो जाता है चलो fragmentation को एक सिंपल example के जरिये समझते है।

मान लीजिए आप science के स्टूडेंट हो और आप एक library में हो और आपको science से related कुछ किताबें पड़नी है। और उस library में science से related जो किताबे है वो अलग जगहों पर रखी गई हुआ है। तो ऐसे में आपको अलग अलग जगहों पर जाना होगा उस बुक्स को लेने के ताकि आप उस बुक्स को पढ़ सके

और इन सब मे आपका बहोत टाइम चला जाता है जिसकी वजह से आपका काम स्लो हो जाता है। और ये तो सभी जानते है एक छोटे काम करने के लिए यदि ज्यादा time लगता है तो शमझ जाइये की आपका काम  स्लो हो रहा है

ठीक ऐसे ही हार्ड डिस्क में भी होता है यदि आप एक फ़ाइल को ओपन करना चाहते है और उस फ़ाइल पे क्लिक करते है और वो फ़ाइल देरी से खुलती है तो समझ जाइये की हार्ड डिस्क उस फ़ाइल अलग अलग जगहों पे सेव किया हुआ है जिसकी वजह से वो फ़ाइल स्लो खुलती है।

 

यदि जिस फ़ाइल को आप ओपन करना चाहते  है। और बो फ़ाइल एक जगह पर सेव होती तो उस फ़ाइल को ओपन होने में ज्यादा टाइम नही लगता क्योकि Hard disk drive को उस फ़ाइल को उस फ़ाइल को  रीड करने के लिए अलग अलग जगहो पर जाने की जरूरत नही है जिससे फ़ाइल जल्दी खुल जाता।

Disk defragmentation क्या है 

दोस्तो जैसा कि आप सभी जानते है कि जब आप एक फ़ाइल को अपने computer में कॉपी करते है तो  वो Hard disk drive में अलग अलग जगहो पर सेव हो जाती  है। आप अपने computer में सीर्फ एक फ़ाइल तो रखते हो नही आपके कंप्यूटर में बहुत सारी  फाइलें होंगी कुछ कम की होंगी और कुछ बेकार तो ऐसे में जो फ़ाइल आपके काम की नही है आप उस file को डिलीट कर देते है

और डिलेट करने के बाद उस फ़ाइल की जो जगह होती है Hard disk drive में वो खाली हो जाती है। और आप जितने भी फाइल को डिलीट करते हैं सभी फाइलों की जो जगह होती है Hard disk drive में वह सब खाली हो जाती है 

जब भी आप दूसरी फाइल को अपने कंप्यूटर में कॉपी करते हैं तो सबसे पहले Hard disk drive में जो जगह खाली होता है इसमें आपका फाइल सेव होता है मान लीजिए 50 एमबी की फाइल अपने कंप्यूटर में कॉपी करते हैं तो सबसे पहले Hard disk drive में जो जगह खाली होती है उसमें वह फाइल कॉपी होती है यदि वह फाइल पूरा उसमें कॉपी नहीं हो पाती है

तो ऐसे में वह फाइल टुकड़ों में बढ़ जाता है जिसकी वजह से एक फाइल अलग-अलग जगहों पर  जाती है लेकिन जब भी आप अपने कंप्यूटर में इस फाइल को देखते हो तो  एक ही जगह पर सेव होती है लेकिन Hard disk drive में वह अलग-अलग टुकड़ों में बैठकर से होती है तो ऐसे में hard disk को उस file को read करने में देरी लगती है।क्योकि उस फ़ाइल को रीड  करने में Hard disk drive के रीडर को अलग अलग जगहो पर जाना होता है

तो ऐसे में काम आता disk defragmentation क्योकि आपके Hard disk drive के लेयर में जो स्पेस होती है disk defragmentation के जरिये वो स्पेस ख़त्म हो जाती है। जिसकी वजह से आपके computer में जो file है वो जल्दी जल्दी ओपन होने लगती है। जिससे आपके कंप्यूटर की स्पीड फ़ास्ट हो जाती है।

Disk defragmentation का इस्तेमाल क्यों किया जाता है 

Disk Defragmentation आपकी हार्ड डिस्क के स्पेस को कम करता है जो आपके कंप्यूटर को धीमा कर सकता है। USB फ्लैश ड्राइव जैसे रिमूवेबल स्टोरेज डिवाइस में भी स्पेस हो सकते हैं। Disk Defragmentation fragmented डेटा को पुनर्व्यवस्थित करता है ताकि आपके Hard disk drive अधिक तेजी से काम कर सकें।

 Disk Defragmentation एक शेड्यूल पर चलता है, लेकिन आप अपने Hard disk drive को मैन्युअल रूप से भी Defragment कर सकते हैं। चलो इसे एक सिंपल example के जरिये समझते  है 

दोस्त मान लीजिये आप एक फाइल computer में कॉपी करते है और बाद मे आप उस फाइल को डिलेट कर देते है तो वो फाइल देलेट होने के बाद हार्ड डिस्क में स्पेस हो जाती है यदि आपने अपने कंप्यूटर में से कई सारे फाइल डिलेट कर दिए जिसकी वजह से Hard disk drive में जगह जगह पर स्पेस हो जाती है

लेकिन वो सभी स्पेस आप सभी को नहीं दिखता है तो Hard disk drive में जो स्पेस हुई है उन सभी  स्पेस को हटाने के लिए Disk Defragmentation करते है 

Disk defragmentation in windows 7

दोस्तों आप सभी को  Disk Defragmentation के बारे में पते चल ही गया होगा चलो अब जान लेते है  Disk Defragmentation in windows में कैसे करे 

  1. 1)  सबसे पहले आपको अपने computer के start बटन पे क्लिक करे और सर्च बार में Disk Defragmenter टाइप करके एंटर प्रेस करे 
  2. उस  disk drive का  चयन करें जिसे आप Defragment करना चाहते हैं।
  3. यह  जानने के  लिए कि डिस्क को Defragment करने की आवश्यकता है या नहीं, Analyze disk पर क्लिक करें
  4. जब Windows Disk का Analyze पूरा हो जाता है  तो आप अंतिम रन कॉलम में Disk  पर fragment का प्रतिशत जांच सकते हैं। यदि संख्या 10% से ऊपर है, तो आपको Disk को Defragment करना चाहिए।
  5. अब आपको Defragment disk पर क्लिक करना है

जरूरी सूचना 

1. यदि Disk पहले से ही किसी अन्य प्रोग्राम द्वारा  उपयोग में है या यदि NTFS फ़ाइल सिस्टम, FAT, या FAT32 के अलावा किसी अन्य फ़ाइल सिस्टम का उपयोग करके Disk को स्वरूपित किया गया है, तो इसे  Defragment  नहीं किया जा सकता है।

2. यदि एक Disk जिसे आप Current status के तहत देखने की उम्मीद कर रहे हैं वह वहां दिखाई नहीं दे रही है  तो हो सकता है कि इसमें कोई त्रुटि हो। आपको पहले Disk  को सुधारने का प्रयास करना चाहिए  फिर पुनः प्रयास करने के लिए Disk Defragmenter पर लौटना चाहिए। अधिक जानकारी के लिए त्रुटियों के लिए अपनी Hard  Disk देखें।

निष्कर्ष

दोस्तो इस आर्टिकल में मैंने आप लोगो को Disk Defragmenter के बारे में समझाने की कोसिस की है और मैं आशा करता हु की आप लोगो को समझ में जरूर आया होगा और यदि इस आर्टिकल के बाद भी आप लोगो का कोई सवाल है Disk Defragmenter के बारे में तो आप कमेन्ट कर के पूछ सकते है।

यदि आपको यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे आप अपनो दोस्तो और अपने परिजनों के साथ भी शेयर कर सकते है ताकि आपके दोस्त और आपके परिजनों को भी Disk Defragmenter के बारे में पता चल सके

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